Menu
blogid : 7942 postid : 40

दिल में बाकी है

JAN LALKAR
JAN LALKAR
  • 20 Posts
  • 7 Comments

किसी से कह नहीं पाया कसक वो दिल में बाकी है
शख्स सब जा चुके लेकिन वो मेरी महफिल में बाकी है
मिट गयी हर याद थी लेकिन याद उसकी दिल के साहिल में बाकी है
बफा वो कर नहीं पाए बेबाफई की हर अदा उस कातिल में बाकी है
देवानंद शर्मा ” दीपक “

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply